देश के शीर्ष शिक्षाविदों ने 75 शंखों के शंखनाद के साथ राष्ट्रीय शिक्षा को ऊंचे मुकाम पर पहुंचाने के मिशन की शुरूआत कर दी। इनका उदेश्य भारत को विश्व गुरु बनाना है और देश के प्रत्येक बच्चे को शिक्षित करना है। मंथन कार्यक्रम को इंद्रधनुष ऑडिटोरियम, पंचकूला में नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल एलाइंस (निसा) द्वारा आयोजित किया गया था। हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर एनसीईआरटी के डायरेक्टर प्रो. दिनेश सकलानी और पद्मश्री डॉ. भारत भूषण त्यागी उपस्थित रहे। शिक्षा नीति के संबंध में निसा की वचनबद्धता से प्रभावित मंत्री ने स्कूल संचालकों को भरोसा दिलाया कि सरकार शिक्षा की बेहतरी के लिए उनके साथ मिलकर काम करेगी। मुख्यमंत्री से हुई बातचीत के बाद तय किया गया है कि अच्छे प्राइवेट स्कूलों को कुछ सरकारी स्कूलों को गोद लेना चाहिए। इस काम में सरकार उनको पूरा सहयोग देगी। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार प्राइवेट स्कूलों की परेशानियों को खत्म करने के लए वचनबद्ध है। निसा के अध्यक्ष डॉ. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि देश में आजादी की लड़ाई हरियाणा के अंबाला से शुरू हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि हमारा देश विश्वगुरु बने। हम पीएम के सपने को पूरा करने के लिए कंधे से कंधा मिला कर काम कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता परक बदलाव के लिए हमने मंथन के मंच से शंखनाद से कर दिया है। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। इस मौके पर अर्जुन अवार्ड़ी और बिलियडर्स चैंपियन गीत सेठी भी मौजूद थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में दून पब्लिक स्कूल सहित कई स्कूलों के बच्चों ने नृत्य और गीत की प्रस्तुतियों से मेहमानों का मन मोह लिया। अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया।इस कार्यक्रम में बबल बी मागज़ीने ने अपना भरपूर सहयोग किया