केन्द्रीय विद्यालय, मुरादनगर, गाजियाबाद द्वारा ‘स्वास्थ्य संस्कार कार्यशाला’ का आयोजन किया गया। जिसमें माउंटेन पीपुल फाउंडेशन के संस्थापक एवं होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ उमेश चंद्र पंत एवं अध्यक्ष सरोज पंत ने कार्यशाला’ के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के साथ साथ छात्रों को मानसिक रूप से सुदृढ़ करने हेतु ‘उत्तम स्वास्थ्य…सर्वोतम वरदान’ के बारे में जागरूक किया गया। इस कार्यशाला में सभी को निशुल्क होम्योपैथिक प्रीवेंटिव दवा वितरण भी किया गया।
खेल-खेल में स्वास्थ्य संस्कार को लाने के लिए उमंग पंत एवं शक्ति पंत ने योग की विभिन्न गतिविधियों के साथ-साथ बच्चों के साथ एक साइकिल यात्रा भी निकली, जिसमें ‘साइकिल चलाएं… स्वस्थ रहें’ के बारे में भी जागरूक किया गया। सभी छात्रों और शिक्षकों ने इन गतिविधियों का लाभ उठाया और बड़े जोश और उत्साह के साथ साइकिल यात्रा में भाग लिया।
देश की पहली ‘होम्योपैथिक कोविड-19 मुहिम’ को माउंटेन पीपल फाउंडेशन द्वारा जनवरी 2020 में शुरू किया गया । संस्था द्वारा कुछ दवाइयों को प्रिवेंटिव के रूप में निशुल्क वितरित किया जाने लगा। संस्था के संस्थापक डॉ उमेश चन्द्र पंत अब तक 258 स्वास्थ्य शिविर कर चुके हैं और दो लाख 85 हजार से अधिक लोगों को इम्युनिटी बूस्टर एवं प्रिवेंटिव होम्योपैथिक दवाइयां दे चुके है जो आगे भी निरंतर जारी है।
संस्था सालों से होमियोपैथिक दवाओं से इम्युनिटी बढ़ाने की दिशा मे कार्य कर रही है । डॉ उमेश पंत का संकल्प हर घर, गाँव और कस्बे तक होमियोपैथिक को पहुचाने का है, उनका मानना हैं की होमियोपैथिक ही वो पद्धति है जो धीरे धीरे दूषित मन और तन को शुद्ध करने की एक उतम चिकित्सा व्यवस्था है जो शारीरिक और मानसिक संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
डॉ उमेश चन्द्र पंत साइकिल से दिल्ली-एनसीआर में स्वास्थ्य जागरूकता अभियान की दिशा में अलग अलग मुहिम जिसमें ‘वर्चुअल ऑटिज्म’, डिजिटल एडिक्शन’, ‘होम्योपैथिक कोविड-19 मुहिम’, ‘इम्युनिटी बूस्टर एवं प्रिवेंटिव अभियान’, ‘नशा मुक्ति अभियान‘, ‘कैंसर जागरूकता अभियान, चला रहे हैं।
संस्था का उद्देश्य ‘पहला सुख निरोगी काया’ के मंत्र को देश के कोने कोने तक पहुंचाना है।