राजस्थान की कांग्रेस इकाई में अंतर्कलह समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रही है। हाल ही में कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से मुलाकात की थी, लेकिन यह बातचीत बेनतीजा रही, क्योंकि सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ एक बार फिर से आवाज बुलंद की… एक तरफ पार्टी दावा कर रही है कि दोनों नेताओं के बीच सुलह हो गई है, लेकिन वास्तविकता इससे काफी अलग दिखाई दे रही है। कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट ने गहलोत सरकार को दिए गए 15 दिनों के अल्टीमेटम को लेकर कहा कि सरकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। सचिन पायलट ने टोंक में कहा, भ्रष्टाचार और नौजवानों के भविष्य को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दो दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान से मेरी बातचीत हुई थी। मेरी मांगों के बारे में पार्टी को जानकारी है। 15 तारीख को जयपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए मैंने कहा था कि वसुंधरा जी के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के जो मामले उठे थे, जो गहलोत साहब और मैंने खुद उठाया था, उस पर प्रभावी जांच होनी चाहिए…