सोशल मीडिया पर महिलाओं और एनिमल एक्टिविस्टों को ट्रोल करने वाले साइबर अपराधियों की जोड़ी पहुंची जेल मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार

महिलाओं और पशु प्रेमियों को सोशल मीडिया पर ट्रोल करने वाले साइबर अपराधी रवि भटनागर को बोरीवली कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया इससे पहले पुलिस रिमांड के दौरान उसने पुलिस को बताया था कि यह सब अश्लील और अभद्र टिप्पणी उसने सलीम चारनिया नाम के एक व्यक्ति के कहने पर की थी ।पुलिस ने कोर्ट को बताया कि आरोपी रवि भटनागर एक पेशेवर अपराधी है जिसपर कई मुकदमे दर्ज हैं और उसके साथ सलीम चारनीया भी इस कृत्य में लिप्त है, दोनो ने अपने साथ कुछ अन्य गुर्गे भी जोड़ रखे थे इन सबका पूरा गैंग यही कृत्य करता है मास्टरमाइंड सलीम को भी देर रात दविश देकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश करके अधिक पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जिसे अदालत ने रिमांड पूरी होने पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया बताते चलें की सलीम चारणिया पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं जिसपर रेप जैसी संगीन धाराओं के मुकदमे भी हैं

विक्टिम को धमकाने और मुकदमा वापस लेने के लिए बनाया दवाब
पुलिस सूत्रों की माने तो पुलिसिया पूछताछ में मुजरिम रवि भटनागर ने बताया की उसे सलीम चारनिया ने विक्टिम को धमका कर केस वापस कराने के लिए कहा था जिसके लिए उसने रेप पीड़िता को खुल्लेआम व्हाट्सएप और फेसबुक पर ट्रोल करना और बदनाम करना शुरू कर दिया, रवि भटनागर एक पेशेवर अपराधी है जिसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं ,सोशल मीडिया पर अश्लील गालियां और मेमे बनाकर महिलाओं का शोषण करता है आरोपित बड़ी और नामी हस्तियों को मुख्य रूप से ट्रोल करके झूठे भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर खुद को एक ईमानदार समाज सेवी और एक्टिविस्ट बताता था.

रंगदारी मांगने का आरोप
टैको इंडिया अस्पताल के फाउंडर अवनीश माथुर ने बताया की आरोपित रवि विक्रम भटनागर उनसे प्रत्यक्ष रूप से रंगदारी मांग रहा था और वह खुद को एक वरिष्ठ अफसर बताकर अस्पताल बंद कराने की धमकी दे रहा था उनका कहना है वह अपने पैसे से सड़क के घायल व बेजुबान जानवरों के लिए मुफ्त अस्पताल चला रहे हैं ऐसे में वह किसी तरह की रंगदारी नहीं दे सकते लेकिन आरोपित उन्हें सोशल मीडिया पर बदनाम करने और फर्जी केस में फसाने की धमकी दे रहा था तो वही पीएफए की सुरभि रावत ने भी रवि भटनागर पर कई गंभीर व संगीन आरोप लगाए उनका कहना है कि रवि भटनागर उनसे भी शेल्टर चलाने की एवज में रंगदारी मांगता था और खुद को वीआरएस प्राप्त आईएएस अधिकारी बताता था जब वह उससे नहीं डरी तो उसने उनकी पूरी संस्था को ट्रोल करना शुरू कर दिया वह पूरी पीएफए संस्था पर ही झूठे व अनर्गल भ्रष्टाचार के आरोप लगाने लगा

कमांडो सुरक्षाकर्मियों के साथ फोटो लगा दिखाता था भौकाल
आरोपी रवि भटनागर पर खुद को वीआरएस प्राप्त आईएएस अधिकारी बताने का आरोप लगा आरोपित अति आधुनिक असलहों से लैस ब्लैक कैट कमांडो व सुरक्षाकर्मियों के साथ खड़े होकर अपनी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था जिससे समाज में उसका भौकाल एक वरिष्ठ अधिकारी जैसा ही लगे आरोपित खुद को पूर्व आईएएस अधिकारी और वर्तमान में भाजपा का एक वरिष्ठ नेता बताता था

शातिराना गैंग की तरह काम करती थी गुरु चेला की जोड़ी अब पहुंची जेल
मुंबई पुलिस की पूछताछ में आरोपित रवि भटनागर ने अपने साथी सलीम चारणीय का नाम बताया यह दोनों पूरे शातिर तरीके से सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति को घेर लेते थे जिसके खिलाफ हर तरह की अपमानजनक टिप्पणी करते तथा फोटोशोप करके उसके झूठे मेमे बनाकर पोस्ट किए जाते थे टारगेटेड व्यक्ति को व्हाट्सएप फेसबुक और प्रत्येक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रोल किया जाता था , इनके साथ इनके गैंग में कई अन्य सदस्य भी शामिल थे जो इन के इशारे पर काम करते थे यह लोग देश के अलग-अलग शहरों में बैठकर टारगेटेड व्यक्ति को परेशान करते थे इस पूरे कृत्य में रवि भटनागर सलीम चरनिया और विकास गौतम के साथ कुछ अन्य आरोपियों का नाम सामने आया है जिसमे अब दो मुख्य अभियुक्त सलाखों के पीछे हैं जल्द और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं यहां बताते चलें कि रवि भटनागर और विकास गौतम के खिलाफ गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद थाने में भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है
एससी/एसटी एक्ट में फसाकर पैसा ऐंठने का षडयंत्र
आरोपितों का गुनाह इतना संगीन था कि वह सोशल मीडिया पर शातिराना तरीके से किसी एक व्यक्ति को ट्रोल करके मानसिक रूप से परेशान करते तथा उकसाते थे कि वह उनके खिलाफ कुछ भी लिखे और उसे एससी एसटी एक्ट के मुकदमे में फंसाया जा सकें और उसके बाद कानून का डर दिखाकर रंगदारी वसूली जा सके इसके लिए बाकायदा पूरी पटकथा तैयार होती थी इन गंभीर आरोपों के बाद मुंबई पुलिस अब अभियुक्तों के फोन जप्त कर सोशल मीडिया अकाउंटों की भी गहनता से जांच कर रही है

ऑटो चलाता था आरोपी लॉकडाउन के बाद डॉग ब्रीडिंग का काम करने लगा था
सूत्रों की माने तो अभियुक्त रवि भटनागर पहले ऑटो चलाने का काम करता था लेकिन लॉकडाउन के बाद वह डॉग ब्रीडिंग के धंधे में लग गया इसके बाद कुछ ब्रीडर्स के संपर्क में आने के बाद वह उनका लीडर बन गया और एनिमल एक्टिविस्ट तथा पशु अधिकार संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों को सोशल मीडिया पर ट्रोल और गाली गलौज करने लगा जिसके लिए पशु तस्करी और ब्रीडिंग में लगे कारोबारी ऐसा करने के लिए उसे पैसा भी देते थे तभी वह सलीम चारणिया के गैंग में शामिल हो गया