सुश्रुत जयंती पर एआईआईए में की गई दो दर्जन लाइव सर्जरी

नई दिल्ली,17 जुलाई।सर्जरी के जनक कहे जाने वाले सुश्रुत जयंती पर अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान(एआईआईए)में दो दर्जन लाइव सर्जरी की गई। सर्जरी के क्षेत्र में सुश्रुत के अमूल्य योगदान को दर्शाने के मकसद से आयोजित शल्यकॉन में13 और 14 जुलाई को सेमिनार के माध्यम लाइव सर्जिकल प्रदर्शन किया गया।सत्र के पहले दिन, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और सामान्य सर्जिकल प्रक्रियाओं सहित 22 लाइव सर्जिकल प्रदर्शन किए गए। इससे प्रतिभागियों को लाइव सर्जिकल प्रदर्शन देखने और सीखने का मौका मिला।एआईआईए की निदेशक डॉ. तनुजा मनोज नेसारी ने बताया कि सामान्य तोर पे माना जाता है कि आयुर्वेद में सर्जरी नहीं होती, सुश्रृत जयंती के शुभ अवसर पर हम ने इस भ्रम को तोड़ने का प्रयास किया है,उन्होंने इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सभी को बधाई दी।

इस कार्यक्रम में डॉ. देवपुजारी जयंत(अध्यक्ष,एनसीआईएसएम) उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे डॉ.दिलीप पुराणिक
(अध्यक्ष,राष्ट्रीय शिक्षण मंडल,पुणे)और डॉ. मुकुल पटेल (कुलपति,गुजरात आयुर्वेद
विश्वविद्यालय,जामनगर) इस कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि थे।(भारतीय संग्याहारक एसोसिएशन,वाराणसी)केसहयोग से आयोजित शल्य तंत्र और संग्याहरण पर राष्ट्रीय संगोष्ठी भी आयोजित की गई जो 15 जुलाई तक जारी रही।संगोष्ठी का उद्देश्य सुश्रुत के ज्ञान और प्रथाओं को बढ़ावा देना था।