संवाददाता
नई दिल्ली,22 अगस्त 23।
महिला बैंक महिलाओं को आर्थिक आत्म निर्भरता प्रदान करेगा।बैंकिंग सेक्टर में “महिला बैंक “एक अनूठी पहल है।यह बैक महिला का महिला के द्वारा और महिला के लिए होगा।
किसी भी राष्ट्र और समाज के विकसित होने का पैमाना स्त्री की स्थिति होती है।2047 में आज़ादी के 100 साल पूरे होने पर विकसित राष्ट्र का सपना साकार करने के लिए पहले महिलाओं को विकसित करना होगा।विकसित राष्ट्र के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में यह महिला बैंक विकसित महिला समाज के निर्माण में सहायक सिद्ध होगा।महिला बैंक के माध्यम से बैंकिंग सेक्टर में पूंजी निवेश से महिलाओं के लिए रोजगार के साथ साथ महिला उद्यमियों के लिए अवसर और संभावनाओं के नए द्वार खोलेगा।
महिला बैंक होने से महिलाओं को सुविधा और सुरक्षा दोनों का वातावरण मिलेगा।महिलाओं में परस्पर अपनापन आत्मीय वार्तालाप संवाद से काम करने में आसानी होगी।ऑफिस ऑफिस खेलने या कई चक्कर लगाने से वो बचेंगी।बैंकिंग क्षेत्र से जुड़कर आर्थिक रूप से मजबूत होकर एक महिला अपने घर बार के साथ कारोबार चलाने में सक्षम होकर अपने बच्चों को एक बेहतर भविष्य एक बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य देने में मदद मिलेगी।महिला बैंक का भारत में एक अपार संभावनाएं हैं।देश की इकोनॉमी के साथ साथ महिलाओं की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा।आर्थिक स्वाबलंबन से स्त्री स्वाबलंबन यानी पर निर्भरता के स्थान पर स्व निर्भरता की ओर महिलाओं को ले जायेगा।