विनोद कुमार सिंह,स्वतंत्र पत्रकार
नई दिल्ली,27 नवंबर 2023:
संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश व सासदों ने लोकसभा के पहले अध्यक्ष गणेश वासुदेव मावलंकर को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।पुष्पांजलि अर्पित करने वाले में लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह मावलंकर की अपनी पुष्पाजंली अर्पित की।आप को बता दे कि मावलंकर का जन्म 27 नवंबर 1888 को बड़ौदा,जो वर्तमान में गुजरात का हिस्सा है,में हुआ था। उन्होंने 1937 में बॉम्बे विधान सभा में अहमदाबाद का प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। आपने 1937 से1946 तक अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 14-15 अगस्त,1947 की ऐतिहासिक रात को भारत की आजादी तक उनका नेतृत्व छठी केंद्रीय विधान सभा के अध्यक्ष के रूप में जारी रहा।स्वतंत्रता के बाद,आपने संविधान सभा के अध्यक्ष का प्रतिष्ठित पद संभाला। 17 नवंबर,1947 से 26 नवंबर, 1949 तक भारत द्वारा संविधान के माध्यम से अपनी नई स्वतंत्रता को स्वीकार करने के साथ, मावलंकर ने अंतरिम संसद में अध्यक्ष का पद संभाला।उन्होंने 1952 में पहली लोकसभा के गठन तक कार्यवाही का मार्गदर्शन किया।15 मई,1952 को पहली लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में चुने गए और 27 फरवरी,1956 को अपने निधन तक समर्पित रूप से सेवा की। उनकी प्रतिबद्धता और योगदान भारत के विधायी इतिहास का अभिन्न् हिस्सा हैँ।
गणेश वासुदेव मावलंकर का चित्र इनर लॉबी,लोकसभा कक्ष, संविधान सदन में रखा गया है। और इसका अनावरण 07 सितम्बर 1956 को भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के द्वारा किया गया था।