भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में एक और छलांग लगाने जा रहा है… चंद्रयान-3 की सफलता के बाद से ही भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो लगातार एक के बाद एक मिशन को अंजाम दे रही है… इसरो ने नए साल के पहले ही दिन ब्लैक हॉल की स्टडी करने वाला सैटेलाइट लॉन्च कर पूरी दुनिया में अपनी धाक और मजबूत कर दी… अब बड़ी गुड न्यूज इसरो के सूर्य मिशन आदित्य L1 को लेकर आई है… भारत का पहला सोलर मिशन ‘आदित्य L1’ आज शाम 4 बजे अपने लक्ष्य पर होगा… इसरो इसे कमांड देकर L1 पॉइंट की हेलो ऑर्बिट पर पहुंचा देगी… इस तरह सूर्य की ओर शुरू हुई 15 लाख किलोमीटर की यह यात्रा अपने मुकाम पर पहुंच जाएगी… L1 यानी लैगरेंज पॉइंट-1 उन पांच पोजिशन में से एक है, जहां सूर्य और पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्तियां एक-दूसरे को संतुलित रखती हैं… इन पांचों स्थितियों में L1 सबसे स्थिर जगह है… आदित्य इस L1 पॉइंट पर पहुंच चुका है… अब बस इसे हेलो ऑर्बिट में पहुंचाना है, जो LI की ऐसी कक्षा है, जहां सैटलाइट और स्पेसक्राफ्ट स्थिर रहते हुए काम कर सकते हैं… हेलो ऑर्बिट से आदित्य विभिन्न कोणों से सूर्य की स्टडी कर सकेगा… यहां ग्रहण की बाधा भी नहीं पड़ती… क्योंकि यह ऑर्बिट L1 पॉइंट के इर्दिगिर्द उसी तरह चक्कर लगाती है, जैसे धरती सूर्य के चारों ओर घूमती है… इसरो पहली बार किसी सोलर ऑब्जर्वेटरी को हेलो ऑर्बिट में पहुंचाने की कोशिश कर रहा है… इसमें आदित्य L1 की रफ्तार को काबू में करने और हेलो ऑर्बिट की ओर उसकी राह बदलने के लिए उसमें लगे थ्रस्टर से फायरिंग की जाएगी… अगर पहली बार चूक गए तो बाद में सुधार करके और थ्रस्टर फायर करने पड़ सकते हैं…