भारत और मालदीव में भड़के तनाव के बीच चीन ने आग में घी डालने का काम किया है… चीन ने भारत का नाम नहीं लेते हुए कहा है कि अगर किसी देश ने मालदीव के आंतरिक मामले में हस्तअक्षेप करने की कोशिश की तो वह इसका विरोध करेगा… गौरतलब है कि इन दिनों मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी… इस दौरान दोनों देशों के बीच पर्यटन सहयोग सहित 20 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं… लेकिन इस मुलाकात के बाद भारत को लेकर मालदीव का एक बयान आया है, जिसमें कहा गया कि मालदीव अपने देश में चीन वरोधी गतिविधियों को नहीं होने देगा… साथ ही मालदीव एक चीन नीति का पालन करेगा… चीन के मुखपत्र माने जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने चीन और मालदीव के बीच जारी संयुक्तक बयान के हवाले से कहा कि चीन मालदीव के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तकक्षेप का कड़ाई से विरोध करेगा… साथ ही हमेशा मालदीव के लिए खड़ा रहेगा… इतना ही नहीं रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने कहा कि वह पुरजोर तरीके से मालदीव के राष्ट्री य संप्रभुता और राष्ट्रीाय गरिमा को बरकरार रखने के प्रयासों का समर्थन करेगा… हालांकि इस संयुक्त बयान में भारत का कोई जिक्र नहीं था, लेकिन यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत और मालदीव के बीच संबंधों में कड़वाहट आई है…