केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) आम आदमी और छोटे कारोबारियों के हितों की सुरक्षा के लिए उठाया गया एक “क्रांतिकारी कदम” है जो भारतीय अथव्यवस्था की तस्वीर बदल कर रख देगा।
हैदराबाद में जीएसटी पर आयोजित एक जागरूकता कार्यक्रम में कारोबारियों और आम जनता को सम्बोधित करते हुए श्री नकवी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा जीएसटी लागू किया जाना, आजादी के बाद से सबसे बड़ा आर्थिक सुधार है जो देश की अर्थव्यवस्था की दशा और दिशा बदल देगा।
श्री नकवी ने कहा कि व्यापारियों तथा उपभोक्ताओं के मन में 1 जुलाई, 2017 से पूरे भारत में लागू जीएसटी को लेकर कुछ भ्रांतियां हैं, विशेषकर अनुपालन प्रक्रियाओं, कंप्यूटर तथा इंटरनेट की आवश्यकता और कितने रिटर्न भरे जाने हैं तथा क्या जीएसटी से महंगाई बढ़ेगी, के बारे में। ये सभी भ्रांतियां पूरी तरह से आधारहीन हैं।
श्री नकवी ने कहा कि जैसा की माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि “गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स” एक “गुड एंड सिंपल टैक्स” है जिससे ना तो आम जनता को परेशानी होगी और ना ही किसी भी करोबारी को चाहे वह छोटा कारोबारी हो या बड़ा उद्योगपति। ईमानदारों को इंस्पेक्टर राज से मुक्ति मिलेगी।
श्री नकवी ने कहा कि जीएसटी से सिर्फ ऐसे लोगों को डरने की जरुरत है जो “टैक्स ना चुकाने को अपना मौलिक अधिकार मानते रहे हैं।” जीएसटी का जो सबसे बड़ा फायदा है वह यह है कि जीएसटी टैक्स व्यवस्था में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा। ये देश के लिए ऐतिहासिक कदम है, एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। नए देश में एक टैक्स, एक मार्केट होगा।
श्री नकवी ने कहा कि जीएसटी भारत के संघीय ढांचे का एक बेहतरीन उदाहरण है। जीएसटी में राज्य और केंद्र मिलकर काम करेंगे। जीएसटी केवल केंद्र सरकार की रचना नहीं है बल्कि यह देशवासियों की “सांझी विरासत” है। प्रत्येक राजनैतिक दल ने इसका समर्थन किया है तथा पूरे देश को इसका लाभ मिलने जा रहा है। जीएसटी काउंसिल की 18 बैठकें हुईं लेकिन किसी भी मुद्दे पर वोटिंग नहीं करवानी पड़ी।
श्री नकवी ने कहा कि जीएसटी भारत के आयात को ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनाएगा और घरेलू उद्योगों को उनके स्तर पर बढ़ने और निर्यात के लिए प्रतिस्पर्धा का मौका देगा। देश की आर्थिक क्षमता, कर अनुकूलता, घरेलू और विदेशी निवेश को बढ़ाने में भी जीएसटी बड़ी भूमिका निभाएगा।
श्री नकवी ने कहा कि देश एक नई व्यवस्था की ओर चल पड़ा है। जीएसटी से भारत का बाजार एक संगठित बाजार बनेगा। 17 विभिन्न करों तथा 23 विभिन्न उप करों को एकल कर में समाहित किया गया है। इसके अतिरिक्त इससे “मेक इन इंडिया” को बढ़ावा मिलेगा। भारत एक निर्यात हब के रूप में उभरेगा। कर संग्रहण में वृद्धि तथा मूल्यों में कमी करके आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। श्री नकवी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के शब्दों में “सरदार पटेल ने भारत को प्रादेशिक रूप से एकीकृत किया तथा जीएसटी भारत को आर्थिक रूप से एकीकृत कर रहा है।”
श्री नकवी ने कहा कि जीएसटी “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” और “न्यू इंडिया” के संकल्प को पूरा करने में मददगार साबित होगा।