चाइनीज राखियों का बहिष्कार

उत्तराखंड मूल की शालीमार गार्डन (गाजि.) निवासी महिलाओं द्वारा बॉर्डर पर चाइना द्वारा की जा रही हरकतों के कारण चाईनीज़ प्रोडक्ट्स के बहिस्कार को लेकर एक विरोध प्रदर्शन कल रविवार को सुबह  शालीमार गार्डन पुलिस चौकी के पास (मंदिर के सामने) किया गया । विरोध प्रदर्शन के अहम् बिंदु चाइना को बार्डर से पहले अपने बाज़ार में परास्त करना, चाइनीज राखियों का बहिष्कार, भारतीय परम्परागत होम मेड राखियाँ को बढ़ावा देना व स्वदेशी उत्पादकों को प्रोत्साहित करना था । इस अभियान के तहत  ममता कांडपाल, मीना पांडेय, गायत्री देवी घुघत्याल, निर्मला अकोलिया व प्रेमा भाकुनी द्वारा बनायीं गयी राखियों को प्रदर्शित किया गया। इन राखियों को विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत रखा गया था जिनमे बुरांश राखी, फयूंली राखी व पहाड़ की बेटी राखियां प्रमुख रूप से सराही गई। इन महिलाओं ने बताया की अपने खाली समय का उपयोग करने के उदेश्य से इस बड़ी मुहीम की शुरुवात की गयी। इस अवसर पर लोगों ने इन होम मेड राखियों की खरीदारी भी की। इस कार्यक्रम में सुमन सती व उत्तराखंड भ्रात समिति के सदस्यों समेत कई अन्य लोगों ने महिला शशक्तिकरण की इस मुहीम की सराहा व अपना  विशेष सहयोग दिया ।