पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रहे सीजफायर उल्लंघन और आतंकी हमलों पर जम्मू कश्मीर के कैबिनेट मंत्री चौधरी लाल सिंह ने कहा है कि जवाब देने के लिए एक और सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है.
इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी कहा कि सिर्फ पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत नहीं है, बल्कि कुछ लोग सीमा के इस तरफ भी हैं जो आतंकियों का सहयोग करते हैं, उन पर भी स्ट्राइक की जानी चाहिए.
हालांकि, चौधरी का ये बयान जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बिल्कुल अलग है. महबूबा ने जम्मू में सुंजवां आर्मी कैंप पर आतंकी हमले के बाद कहा है कि घाटी में खून खराबा रोकने के लिए पाकिस्तान से बातचीत की जानी चाहिए.
जबकि मुफ्ती के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी नेता चौधरी लाल सिंह ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई की जानी चाहिए. चौधरी ने इससे आगे बढ़कर सीमा के इस पार आतंकियों के मदद करने वालों के खिलाफ भी सर्जिकल स्ट्राइक की मांग की है.
पाकिस्तान के साथ बातचीत के सवाल पर लाल सिंह का कहना है कि इस मसले पर गौर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह हैं. उन्होंने कहा कि ये उनका अधिकार है कि बातचीत हो या नहीं. लेकिन मैं यह चाहता हूं कि उग्रवाद को कुचलना चाहिए.
उन्होंने ये भी कहा कि रक्षा मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण की अपनी सीमाएं हैं. चौधरी ने ये भी कह डाला कि देश की नीति से काम होता है, किसी रक्षा मंत्री या मुख्यमंत्री की नीति नहीं चलती है. उन्होंने कहा कि जो मोदी जी चाहेंगे वही होगा.