binod Takiawala
19 और 20 जनवरी को नागपुर में होगा भारतीय जनता पार्टी की अनुसूचित जाति मोर्चा का भीम विजय संकल्प राष्ट्रीय अधिवेशन और भीम विजय संकल्प रैली का आयोजन
20 जनवरी को पूरे महाराष्ट्र से लगभग 1,00,000 अनुसूचित जाति के लोगों की विशाल जनसभा भी आयोजित होगी-विनोद सोनकर
इस अधिवेशन और रैली का उद्देश्य देश भर के अनुसूचित समाज के लोगों को अबकी बार फिर मोदी सरकार के संकल्प को पूरा करने के लिए संकल्पित करना है
अनुसूचित समाज में सामजिक समानता, आर्थिक सशक्तिकरण और महापुरुषों को सम्मान देने का काम आजादी के बाद इन बीते 5 सालों की मोदी सरकार में हुआ है
मैं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को चैलेंज करता हूँ कि वे कोई एक काम गिना दें जो उन्होंने अनुसूचित समाज के महापुरुषों के सम्मान के लिए किया हो या इस समाज के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए किया हो
नई दिल्ली, 16 जनवरी। अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विनोद सोनकर ने आज दिल्ली भाजपा प्रदेश कार्यलाय पर अबकी बार फिर से मोदी सरकार के संकल्प के साथ अनुसूचित जाति मोर्चा का नागपुर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन भीम विजय संकल्प 2019 और भीम विजय संकल्प-2019 रैली को लेकर प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में दिल्ली भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष श्री मोहन लाल गिहारा, अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री विजय पहाड़िया व मीडिया प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा उपस्थित थे।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए श्री विनोद सोनकर ने बताया कि पिछले 5 साल के सफल कार्यकाल को देखते हुए 2019 में अबकी बार फिर मोदी सरकार के संकल्प को पूर्ण करने के लिए संघ की हृदयस्थली के लिए जन्मभूमि कहे जाने वाली और बाबा साहेब के जीवन से जुड़ी नागपुर की पावन भूमि पर आगामी 19 और 20 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी की अनुसूचित जाति मोर्चा का भीम विजय संकल्प राष्ट्रीय अधिवेशन और भीम विजय संकल्प रैली का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में देश भर से अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष, महामंत्री से लेकर जिला पंचायत के पदाधिकारीगण एवं उसके ऊपर के संसदीय सदस्य अर्थात पंचायत से संसद तक के अनुसूचित जाति के जनप्रतिनिधि भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि इसमें 19 जनवरी को देश भर के लगभग 10,000 अनुसूचित जाति मोर्चा के जनप्रतिनिधि राष्ट्रीय अधिवेशन में हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही 20 तारीख को पूरे महाराष्ट्र से लगभग 1,00,000 अनुसूचित जाति के लोगों की विशाल जनसभा भी आयोजित होगी।
श्री सोनकर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से केंद्रीय मंत्री माननीय श्री नितिन गडकरी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह भी उपस्थित रहेंगे और समापन के अवसर पर महाराष्ट्र के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस और अनुसूचित समाज से जुड़े जितने भाजपा के मंत्री हैं भारत सरकार में और प्रदेशों में वे सभी उपस्थित रहेंगे।
श्री सोनकर ने बताया कि इस अधिवेशन और रैली का उद्देश्य देश भर के अनुसूचित समाज के लोगों को अबकी बार फिर मोदी सरकार के संकल्प को पूरा करने के लिए संकल्पित करना है और इसके लिए सब लोग लड़ेंगे। इसके साथ-साथ आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने इस समाज के लिए जो अनेक काम पिछले 4.5 साल में किया है वह देश को बताना है। उन्होंने बताया कि उन अनेक कामों में चाहे बाबा साहेब को सम्मान देने के लिए विशेष सत्र आयोजित करने की बात हो या देश में सामाजिक और आर्थिक समानता के लिए अनेक काम करने की बात हो। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान पारित करने के लिए बाबा साहेब ने कहा था कि अबसे देश में राजनैतिक समानता तो आ जाएगी लेकिन आर्थिक और सामजिक समानता आना अभी बाकी है। देश भर के अनुसूचित समाज के लोगों को ये बताना होगा कि देश में सामाजिक और आर्थिक समानता की शुरुआत 26 मई 2014 से हुई है। जब से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता की बागडोर संभाली है तबसे सामाजिक और आर्थिक समानता कैसे आये इसके लिए निरंतर काम किये हैं।
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श्री सोनकर ने बताया कि शौचालय किसी के लिए शौचालय हो सकता है लेकिन अनुसूचित समाज के लिए यह बड़ी सामजिक समानता की बात है। बैंक में खाता खुलना, गैस कनेक्शन देना ये एक तरह से अनुसूचित समाज को सामजिक समानता देने का काम है जो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। उन्होंने कहा कि आर्थिक समानता के लिए जहाँ एक ओर मुद्रा लोन देने की शुरुआत की उसके ही साथ-साथ विशेष रूप से स्टैंड-उप इंडिया की शुरुआत की। जिसमे देश की सवालाख ब्रांचों को स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रत्येक ब्रांच को एक अनुसूचित जाति/जनजाति और एक महिला को उद्यमी बनाना है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की उस बात का भी जिक्र किया जिसमे उन्होंने कहा था कि वे चाहते हैं कि यह समाज नौकरी मांगने वाला नहीं नौकरी देने वाला बने। उन्होंने बताया कि एक तरह से बाबा साहेब के सपने की आर्थिक और सामाजिक समानता की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने की है।
श्री सोनकर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बताया कि जो लोग बाबा साहेब के नाम पर लम्बे समय से राजनीति करते रहे और जब बाबा साहेब दिवंगत हुए तो उसी कांग्रेस ने 6 गज जमीन भी दिल्ली में बाबा साहेब के लिए नहीं दी थी और बाबा साहिब की अगुवाई कर उनको मुंबई ले गए जहाँ इन्दू मिल में एक किनारे उनकी अंत्येष्टि की। उस इन्दू मिल को खरीद के उसमे एक भव्य स्मारक बनाने का काम वर्तमान की मोदी सरकार ने किया है। इसके अलावा बाबा साहेब से जुडी हुई चाहे बाबा साहेब का जन्मस्थान हो, चाहे बाबा साहेब की शिक्षा भूमि लंदन हो, चाहे बाबा साहेब की दीक्षा की भूमि नागपुर हो, या बाबा साहेब की संघर्ष भूमि 26 अलीपुर रोड दिल्ली हो उन सभी जगह पर भव्य स्मारक बनाने का काम तब ही हुआ है जब केंद्र में या उन प्रदेशों में भाजपा की सरकार थी। उन्होंने बताया कि बाबा साहेब को भारत रत्न दिलाने का श्रेय भी अगर किसी को जाता है तो वो केवल पूज्य अटल जी को जाता है। सेंट्रल हॉल में बाबा साहेब का चलचित्र लगाने का काम भी भाजपा की सरकार में पूर्ण हुआ।
श्री सोनकर ने बताया कि माननीय अटल जी के समय में जब कोर्ट के निर्णय के कारण आरक्षण पर एक तरह से खतरा आ गया था तब भी संविधान में 1 नहीं 3 संशोधन कर आरक्षण को बचाने और दिलाने का काम भी भाजपा की सरकार ने किया था। उन्होंने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति/जनजातिएक्ट पर दिए निर्णय का भी जिक्र करते हुए बताया कि जब इस निर्णय के बाद यह लगभग निष्क्रिय हो गया था तब भी उसमे संशोधन करके उसको प्रभावी बनाने का काम भी भाजपा की मोदी सरकार ने किया। इसके साथ-साथ इसमें संशोधन से पूर्व केवल 22 अपराध इस श्रेणी में आते थे, इसके अलावा और 25 अपराध जिसके कारण लोग छूट जाते थे वो भी इसमें जोड़ कर कानून को सशक्त करने का काम मोदी सरकार ने किया है।
उन्होंने बताया कि 26 अलीपुर रोड जहाँ बाबा साहेब ने रहकर संविधान लिखा वहां स्मारक बनाने के लिए शिलान्यास पूज्य अटल जी की सरकार ने किया था और 10 साल तक कांग्रेस की दोनों सरकारों ने एक भी ईंट वहां नहीं रखी। जब केंद्र में मोदी सरकार बनी तब उसके बगल वाले बंगले को भी खरीद के लगभग 200 करोड़ की लागत से भव्य स्मारक बनाने का काम भी वर्तमान की मोदी सरकार ने किया। साथ ही साथ बाबा साहेब को सम्मान देने के लिए भीम एप की शुरुआत की।
अंत में उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के नाम पर वर्षों से राजनीति करने वाली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मैं चुनौती देता हूँ कि वे कोई एक काम गिना दें जो उन्होंने अनुसूचित समाज के महापुरुषों के सम्मान के लिए किया हो या इस समाज के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए किया हो।