भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी कहते हैं… देशभर में सुखकर्ता और दुखहर्ता भगवान गणेश का शुक्रवार को आगमन हो रहा है… भक्तों ने गणपति की स्वागत के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं… पिछले 2 दिन से भक्त ढोल-ताशे बजाकर उल्लास के साथ अपने घर में भगवान की मूर्तियां लेकर जा रहे हैं, जिससे शुभ मुहूर्त में भगवान की स्थापना की जा सके… पंडालों में भी जमकर तैयारियां हैं… कई मंडलों ने कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए सरकार की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की है… भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था, इसलिए मध्याह्न के समय में गणेश पूजा को सबसे उपयुक्त माना गया है…